[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: पत्थर तो बहुत मारे थे लोगों ने मुझे,लेकिन जो दिल पर आ के लगा वो किसी अपने ने मारा था..
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ,किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.!!.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: राज तो हमारा हर जगह पे है । पसंद करने वालों के “दिल” में ! और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…।।.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा मुझसे..ओ पागल …अपनी ज़िंदगी जी लेना,वैसे प्यार अच्छा करते हो..
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं!.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हैं , क्योंकि दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही ।.
Vihan
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: जीत हासिल करनी हो तो काबिलियत बढाओ,किस्मत की रोटी तो कुत्ते को भी नसीब होती है.!!.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: राज तो हमारा हर जगह पे है । पसंद करने वालों के “दिल” में ! और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…।।.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा मुझसे..ओ पागल …अपनी ज़िंदगी जी लेना,वैसे प्यार अच्छा करते हो..
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: इतना भी गुमान न कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं!.
[8/22, 6:56 AM] Nitish bihar: हम आज भी शतरंज़ का खेल अकेले ही खेलते हैं , क्योंकि दोस्तों के खिलाफ चाल चलना हमे आता नही ।.
Vihan